
अमेरिका में पढ़ाई करने की योजना बना रहे भारतीय छात्रों के बीच इस वक्त काफी ज्यादा चिंता का माहौल पैदा हो गया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे छात्रों और विजिटर के लिए एक जरूरी खबर आई है। अमेरिकी दूतावास ने भारत में ऐलान किया है कि अब से F, M और J वीजा कैटेगरी में अप्लाई करने वाले सभी लोगों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को पब्लिक करना होगा।
सोशल मीडिया की भी होगी जांच
कुछ दिन पहले अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा छात्र वीजा की प्रक्रिया दोबारा शुरू किए जाने के बाद, भारत में अमेरिकी दूतावास ने सोमवार को सभी छात्र वीजा आवेदकों से अपील की है कि वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स सार्वजनिक करें। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि आवेदकों को अपने सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल वीजा अधिकारियों के लिए पब्लिक रखने चाहिए ताकि उनकी हिस्ट्री की जांच आसानी से की जा सके। यह कदम वीजा प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की दिशा में उठाया गया है। यह नीति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के उस प्रयास का हिस्सा है, जिसके तहत अमेरिका में आने वाले लोगों की हिस्ट्री की गंभीरता से जांच की जा रही है।
अमेरिका ने किया ये ऐलान
भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक अहम घोषणा करते हुए कहा है कि अब अब से F, M और J वीजा कैटेगरी (यानी छात्र, रिसर्च और एक्सचेंज वीजा) के लिए आवेदन करने वाले सभी लोगों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग्स सार्वजनिक करनी होंगी। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया: “तुरंत प्रभाव से, अब से F, M और J वीजा कैटेगरी में आवेदकों से अनुरोध है कि वे अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट को सार्वजनिक करें ताकि अमेरिकी कानून के तहत उनकी पहचान और अमेरिका में प्रवेश की पात्रता की जांच आसानी से की जा सके।” इस नियम का मकसद है वीजा प्रक्रिया में सुरक्षा बढ़ाना और यह सुनिश्चित करना कि आवेदक अमेरिका में प्रवेश के योग्य हैं।
अमेरिका में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए नई शर्त
अब अमेरिका में पढ़ाई के लिए वीजा पाने वाले छात्रों की सोशल मीडिया गतिविधि की भी जांच की जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत अमेरिकी अधिकारी आवेदकों के ऑनलाइन प्रोफाइल को देखकर यह तय करेंगे कि वे अमेरिकी संस्थानों में पढ़ाई के लिए उपयुक्त हैं या नहीं। इस जांच में फेसबुक, एक्स (पहले ट्विटर), लिंक्डइन, टिकटॉक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शामिल हैं। आवेदकों की इन साइट्स पर की गई गतिविधियों को ध्यान से देखा जाएगा। गौरतलब है कि कुछ समय पहले ट्रंप प्रशासन ने दुनिया भर में अपने सभी वाणिज्य दूतावासों को नए छात्र वीजा और एक्सचेंज विज़िटर वीजा के लिए आवेदन रोकने का आदेश दिया था। हालांकि अब प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है, लेकिन सख्ती पहले से ज़्यादा है।