
Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान और उसकी सेना को अंदर से हिला कर रख दिया है। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने पहले पाकिस्तान के अंदर मौजूद आतंकी ठिकानों को तबाह किया, फिर जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया। 7 मई को हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने करीब 25 मिनट में पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस दौरान पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और जवान अपनी जान बचाने में लगे हुए थे।
जान बचाकर भाग रहे थे पाकिस्तानी सेना के जवान
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि, ऑपरेशन के दौरान एक इंटरसेप्ट कॉल में पीओके की 75वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर ने अपने सैनिकों से कहा कि वे संपत्ति की रक्षा करने के बजाय अपनी जान बचाएं। यह हमला मुजफ्फराबाद के पास किया गया था और इसकी तीव्रता इतनी थी कि पाकिस्तानी सेना में खलबली मच गई। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने जिन इलाकों को निशाना बनाया, उनमें मुजफ्फराबाद भी शामिल था। चिनार कोर के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि इंटरसेप्ट की गई बातचीत से पता चला है कि एक पाकिस्तानी सेना कमांडर मस्जिद में छिपा हुआ था और अपने जवानों से पहले अपनी जान बचाने को कह रहा था। उसने कहा, “पहले जान बचाओ, दफ्तर तो बाद में भी खुल जाएंगे।” इससे हमले की गंभीरता साफ झलकती है।
भारत ने की थी सटीक कार्रवाई
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी कैंपों पर कार्रवाई की थी, जिसमें करीब 100 आतंकवादी मारे गए। सरकार ने साफ किया है कि यह हमला केवल जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों पर किया गया था। इस ऑपरेशन में किसी भी आम नागरिक या रिहायशी इलाके को निशाना नहीं बनाया गया। चिनार कोर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान के साथ बढ़ते सैन्य तनाव के बीच भारतीय सेना ने एक साफ संदेश दिया है – अगर पाकिस्तान एक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करता है, तो भारतीय सेना उसका तीन गुना ताकत से जवाब देगी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने पीओके की लीपा घाटी में मौजूद सभी सैन्य ढांचों को पूरी तरह तबाह कर दिया।
इंडियन आर्मी ने मचाई भारी तबाही
भारतीय सेना के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान सेना ने पाकिस्तान की कम से कम तीन चौकियां, एक गोला-बारूद डिपो, ईंधन भंडारण केंद्र, तोपखाने और दूसरे कई ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी कार्रवाई इतनी जोरदार थी कि पाकिस्तान को इन सभी ढांचों को दोबारा बनाने में कम से कम 8 से 12 महीने का वक्त लगेगा, और शायद इससे भी ज्यादा समय लग सकता है। चार दिन चली इस सैन्य कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के कई हवाई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया। इसके साथ ही भारत ने अपनी आधुनिक वायु रक्षा प्रणाली की मदद से पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को भी सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। यह पूरी कार्रवाई एक नाजुक युद्धविराम समझौते पर जाकर रुकी।