
DreamFolks Shares: ड्रीमफोक्स सर्विसेज के शेयरों में आज 20 जून को लगातार दूसरे दिन गिरावट जारी रही। कंपनी ने एक स्पष्टीकरण में साफ किया है कि उसने अपने किसी भी क्लाइंट को नहीं खोया है। हालांकि इसके बावजूद निवेशकों की चिंता अभी भी कम नहीं हुई है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने गुरुवार 19 जून को एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि ICICI बैंक, Axis बैंक और Mastercard जैसी बड़ी भारतीय बैंकिंग और कार्ड नेटवर्क कंपनियां ड्रीमफोक्स के साथ अपनी साझेदारी खत्म करने पर विचार कर रही है। इसकी जगह अब ये कंपनिया खुद एयरपोर्ट लाउंज ऑपरेटरों से सीधे करार करने की योजना बना रही हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि बाकी कंपनियां भी इसी राह पर चल सकती हैं।
हालांकि कंपनी ने इन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है। ड्रीमफोक्स ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया “कॉन्ट्रैक्ट्स को लेकर बातचीत एक नियमित बिजनेस प्रक्रिया का एक हिस्सा है, जो ग्राहकों के साथ सालाना की जाती है और इसका कथित समाचार से कोई संबंध नहीं है। हमारे सभी पार्टर्नस के साथ हमारे संबंध मजबूत और पूरी तरह से बरकरार हैं। हम 50 से अधिक ग्राहकों के साथ मिलकर काम करते हैं। इन सभी के साथ हमारा 5 साल का मास्टर सर्विस एग्रीमेंट (MSA) हैं, जिसमें हर साल कीमत में बदलाव होता है। यह बिजनेस प्रैक्टिस कंपनी की स्थापना के समय से ही चल रहा है।”
हालांकि इस सफाई के बावजूद कंपनी के शेयर आज 20 जून को कारोबार के दौरान 5% तक लुढ़ककर 220.30 रुपये के भाव पर पहुंच गए। पिछले दो दिनों में कंपनी के शेयर करीब 16% तक टूट चुके हैं। कंपनी का 52-सप्ताह का निचला स्तर 209 रुपये है। वहीं इसका 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 522 रुपये है। ड्रीमफोक्स सर्विसेज का मार्केट कैप लगभग 1,211 करोड़ रुपये है।
कंपनी का नाम पहली बार विवाद में तब आया जब 22 सितंबर 2024 को ड्रीमफोक्स की सेवाओं में “अस्थायी रुकावट” आई थी, जिसके चलते बैंकों और कार्ड नेटवर्क्स के हजारों ग्राहकों को एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस में परेशानी हुई थी। हालांकि कंपनी ने अगले ही दिन समस्या को सुलझा लिया था, लेकिन इस घटना ने बैंकों और कार्ड कंपनियों को वैकल्पिक साझेदारों की तलाश करने पर मजबूर कर दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय देश के 34 एयरपोर्ट्स पर 49 लाउंज अचानक बंद हो गए थे। इस घटना से कोलकाता और चेन्नई के एयरपोर्ट लाउंज ऑपरेट करने वाली कंपनी ‘ट्रैवल फूड एंड सर्विसेज’ ने ड्रीमफोक्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी।
साल 2013 से कारोबार ड्रीमफोक्स सर्विसेज, देश की सबसे प्रमुख एयरपोर्ट सर्विस एग्रीगेटर कंपनियों में से एक है। यह कंपनी डेबिट-क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए घरेलू लाउंज एक्सेस बाजार में 90% हिस्सेदारी का दावा करती है। कंपनी की रेवेन्यू का अधिकतर हिस्सा एयरपोर्ट लाउंज सेवाओं से ही आता है।
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का कुल रेवेन्यू 1,292 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वर्ष की तुलना में 14% अधिक है। हालांकि, कंपनी का शुद्ध मुनाफा इस दौरान 5% गिरकर 65 करोड़ रुपये पर आ गया। इस साल की शुरुआत में DreamFolks ने गैर-लाउंज सेवाओं से भी रेवेन्यू बढ़ाने की योजनाओं का ऐलान किया था। इसमें फूड एंड बेवरेजेज, स्पा, वेलनेस, ‘मीट एंड असिस्ट’ और एयरपोर्ट ट्रांसफर जैसी सेवाएं शामिल हैं।
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