
Kaliganj Bypoll Elections Results 2025: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कालीगंज में सोमवार (23 जून) को उपचुनाव के मतगणना के दौरान बम विस्फोट में 9 वर्षीय एक लड़की की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, कालीगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत बारोचंदगर में सोमवार दोपहर को हुए बम विस्फोट में लड़की कथित रूप से घायल हो गई थी। कालीगंज विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना अब समाप्त हो चुकी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पुलिस दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी।
सीएम ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, “मैं बारोचंदगर में विस्फोट में एक लड़की की मौत से स्तब्ध और बहुत दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं परिवार के साथ हैं।” उन्होंने कहा, “पुलिस दोषियों के खिलाफ यथाशीघ्र कड़ी एवं निर्णायक कानूनी कार्रवाई करेगी।” पुलिस अधिकारी ने कहा, “शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हम विस्फोट के कारणों की जांच कर रहे हैं।”
उपचुनाव में TMC की जीत
कालीगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) की उम्मीदवार अलीफा अहमद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भारतीय जनता पार्टी (BJP) उम्मीदवार आशीष घोष को 50,049 मतों के अंतर से हरा दिया है। अलीफा अहमद ने अपने पिता नसीरुद्दीन अहमद के 2021 के जीत के अंतर को बेहतर किया, जिनके इस साल फरवरी में निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक, आखिरी चरण की मतगणना के बाद अलीफा को 1,02,759 वोट मिले, जबकि घोष को 52,710 वोट मिले।
वाम दलों द्वारा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार काबिल उद्दीन शेख 28,348 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। अलीफा अहमद को 2021 में पिता को मिले कुल 1,11,696 मतों से लगभग 9,000 कम मिले। लेकिन उनकी जीत का अंतर चार साल पहले नसीरुद्दीन के 46,987 वोटों के अंतर से अधिक है।
मतगणना केंद्र के बाहर अलीफा ने अपनी जीत का श्रेय लोगों के प्यार को दिया। उन्होंने सीएम ममता बनर्जी की विकास की राजनीति में विश्वास जताने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। अलीफा ने बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी के दावे के जवाब में कहा, “मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि हिंदुओं ने हमें वोट नहीं दिया है। हमें अपने निर्वाचन क्षेत्र के कुछ हिंदू बहुल इलाकों से महत्वपूर्ण बढ़त मिली है।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने किसी विशेष समुदाय के मतों को टारगेट नहीं किया। हमने सभी मतदाताओं से संपर्क किया। परिणाम दर्शाते हैं कि उनका स्पष्ट जनादेश बंगाल में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक विभाजन को बर्दाश्त नहीं करने का है।”