
Udhampur Encounter News: पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले भारतीय सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया है। उधमपुर जिले के एक जंगल में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों को घेर लिया है। बारिश एवं कोहरे के बीच उन्हें ढेर करने की कोशिश की जा रही है। इन आतंकवादियों की पिछले एक साल से तलाश की जा रही है। भारतीय सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 26 जून को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई है।
सेना और पुलिस के एक संयुक्त खोज दल ने गुरुवार (26 जून) सुबह जिले में बसंतगढ़ के सुदूर बिहाली इलाके में एक सटीक सूचना के आधार पर तलाश अभियान शुरू किया। इस दौरान मुठभेड़ शुरू हुई। इलाके में अतिरिक्त बलों को भेजा गया है। खराब मौसम के बावजूद व्यापक तलाश अभियान चलाया जा रहा है।
जम्मू रेंज के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी ने पत्रकारों को बताया, “आतंकवादियों का सुबह करीब साढ़े आठ बजे पता चला…माना जा रहा है कि उनकी संख्या चार है और हम इस समूह को पिछले एक साल से ढूंढ रहे थे।” उन्होंने बताया कि कोहरा होने के बावजूद तलाश अभियान जारी है। मौसम में सुधार होने के बाद ही असल स्थिति का पता चलेगा।
अधिकारियों ने बताया कि जिन आतंकवादियों को घेरा गया है, वे पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं। सेना के पैरा कमांडो की अगुवाई में संयुक्त तलाश दल ने करूर नाला के पास उन्हें छिपे हुए पाया। इससे पहले, सुबह जम्मू स्थित सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने x पर एक पोस्ट में कहा था, “एक सटीक सूचना के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। आतंकवादियों से सामना हुआ। अभियान अभी जारी है।”
‘ऑपरेशन बिहाली (Operation Bihali)’ कोड नाम वाला यह अभियान ऐसे वक्त में शुरू किया गया है जब एक सप्ताह बाद कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू होगी। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा सुरक्षाबलों ने संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने के बाद बुधवार देर रात को सांबा जिले के पुरमंडल इलाके में एक तलाश अभियान चलाया था। हालांकि, कुछ भी बरामद न होने के बाद अभियान शांतिपूर्वक समाप्त हो गया।
अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा कड़ी
कश्मीर पुलिस प्रमुख वीके बिरदी ने बुधवार को कहा कि आगामी वार्षिक अमरनाथ यात्रा सुरक्षित और निर्बाध रूप से संपन्न हो, इसके लिए यहां बहुस्तरीय और गहन सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कश्मीर के IGP ने अनंतनाग में पत्रकारों को बताया, “अगले सप्ताह से इस साल की श्री अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। जम्मू कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने यात्रा के लिए सभी सुरक्षा प्रबंध कर लिए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए बहुस्तरीय और गहन सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।”
बिरदी ने पहलगाम क्षेत्र में नुनवान आधार शिविर का दौरा किया। इस दौरान तीन जुलाई से शुरू होने वाली तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। आईजीपी ने कहा कि 38 दिवसीय तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को जोनल सहित विभिन्न स्तरों पर बांटा गया है और यात्रा से पहले बुधवार को हर स्तर पर सुरक्षा अभ्यास (ड्रिल) आयोजित किया गया।
उन्होंने बताया, “पूर्वाभ्यास का उद्देश्य किसी भी खतरे की आशंका के समय हमारी सतर्कता तथा हमारी कार्रवाई और प्रतिक्रिया की तैयारी को निखारना है। इस तरह के अभ्यास शिविरों, सड़कों या यात्रा मार्गों के अंदरूनी हिस्सों जैसे हर स्थान पर आयोजित किए गए ताकि सभी सुरक्षा बल सतर्क रहें और उन्हें पता हो कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए उन्हें क्या विशिष्ट कार्य करने हैं।”
यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों के समर्थन के बारे में पूछे जाने पर बिरदी ने कहा कि स्थानीय लोगों की सहायता के बगैर इस यात्रा का आयोजन किया जाना संभव नहीं है। IGP ने कहा, “स्थानीय लोगों की मदद और समर्थन से ही यह यात्रा सफल होती है। इस बार भी यात्रियों का स्वागत करने और उन्हें हर संभव मदद प्रदान करने के लिए स्थानीय लोग उत्साहित हैं।”