
अमरनाथ यात्रा 2025 का माहौल अब पूरे जोर पर है। श्रद्धा, सुरक्षा और सुविधाओं के बीच इस बार की यात्रा पहले से ज्यादा खास मानी जा रही है। यात्रा की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और आज से जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह उन श्रद्धालुओं के लिए राहत की खबर है जो तकनीकी कारणों से ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा सके थे। देशभर से हजारों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए तैयार हैं और हर दिन श्रद्धा का कारवां बढ़ता जा रहा है।
सरकार और सुरक्षाबलों ने इस बार यात्रा को पहले से ज्यादा सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। हर ओर आस्था का माहौल है, लोग उत्साह से रजिस्ट्रेशन केंद्रों पर पहुंच रहे हैं और बाबा अमरनाथ के जयकारों से फिजा गूंज रही है।
जम्मू में शुरू हुआ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
जम्मू के अलग-अलग विशेष केंद्रों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। ये केंद्र खास तौर पर उन भक्तों के लिए खोले गए हैं जो तकनीकी या अन्य कारणों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से वंचित रह गए थे। इस पहल से श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
ऐसे करें अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण
जम्मू में अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं को अपना आधार कार्ड साथ लाना होगा। सबसे पहले रेलवे स्टेशन के पास स्थित सरस्वती धाम से टोकन लेना होगा, इसके बाद शहर में निर्धारित पांच पंजीकरण केंद्रों में जाकर पंजीकरण कराया जा सकता है।
3 जुलाई से शुरू होगी आधिकारिक यात्रा
अमरनाथ की पवित्र गुफा तक पहुंचने के लिए इस साल भी बालटाल और पहलगाम दोनों मार्ग खोले जाएंगे। यात्रा की आधिकारिक शुरुआत 3 जुलाई से होगी, जबकि पहला जत्था 2 जुलाई को जम्मू बेस कैंप से रवाना होगा।
श्रद्धालुओं में दिखा जज्बा
रजिस्ट्रेशन के पहले दिन ही श्रद्धालु पूरे आत्मविश्वास और जोश से भरे नजर आए। एक यात्री ने कहा, “डरने की कोई बात नहीं है, प्रशासन ने शानदार इंतजाम किए हैं।” वहीं एक और श्रद्धालु ने जोश के साथ कहा, “आतंकवाद नहीं हमारी आस्था जीतेगी। हम पूरे देश के लोगों से अपील करते हैं कि आएं और जम्मू-कश्मीर में आस्था की ताकत दिखाएं।”
हाईवे पर CRPF का मल्टी-लेयर सुरक्षा प्लान
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए CRPF ने NH-44 (जम्मू-श्रीनगर हाईवे) पर बहुस्तरीय सुरक्षा योजना लागू की है। खासतौर पर उधमपुर सेक्टर जैसे संवेदनशील इलाकों में गश्त, डॉग स्क्वाड और हाई-टेक निगरानी तंत्र के ज़रिए सुरक्षा चाक-चौबंद की गई है।
सुरक्षित और भक्तिपूर्ण यात्रा की उम्मीद
सुरक्षा से लेकर सुविधा तक हर मोर्चे पर तैयारी पूरी कर ली गई है। अब जब रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी दोनों मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में खुल चुकी है, तो देशभर से हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। अमरनाथ यात्रा एक बार फिर आस्था, एकता और समर्पण का प्रतीक बनकर सामने आ रही है।