
Bageshwar Dham collapses news: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक नगरी बागेश्वर धाम से एक दुखद खबर सामने आई है। छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम के पास मंगलवार (8 जुलाई) सुबह ‘होमस्टे‘ की दीवार गिरने से एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई। जबकि इस हादसे में 10 अन्य लोग घायल हो गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बमीठा थाना प्रभारी आशुतोष श्रोती ने बताया कि रात में भारी बारिश के कारण गढ़ा गांव में स्थित होमस्टे की दीवार गिर गई। इस हादसे में 40 वर्षीय अनीता देवी नामक महिला की मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि 10 अन्य लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि घायलों में से तीन की हालत गंभीर है। बमीठा पुलिस थाने के प्रभारी आशुतोष श्रोती के अनुसार, रात भर हुई भारी बारिश के कारण गढ़ा गांव में एक होमस्टे की दीवार ढहने से अनीता देवी नामक महिला की मौत हो गई। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
छतरपुर SHO आरपी गुप्ता ने ABP न्यूज को बताया, “आज सुबह भारी बारिश के कारण एक ढाबे पर दीवार ढह जाने से कुछ श्रद्धालु घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल लाया गया है। उनका इलाज चल रहा है। 10 लोग घायल हैं। एक व्यक्ति की मौत हुई है। 1-2 लोगों को ज्यादा चोट आई हैं।“
इससे पहले 3 जुलाई को भी बागेश्वर धाम परिसर में हादसा हुआ था। बागेश्वर धाम परिसर में भारी बारिश के कारण पंडाल गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। बमिठा पुलिस थाने के प्रभारी आशुतोष श्रोती ने बताया कि यह घटना सुबह करीब साढ़े सात बजे हुई जब जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर गढ़ा गांव में बारिश से बचने के लिए श्रद्धालुओं ने अस्थाई पंडाल के नीचे शरण ली।
उन्होंने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण पंडाल गिर गया जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि चार अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों में से दो को छतरपुर में एक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के चौरी सिकंदरपुर के निवासी राजेश कौशल ने बताया कि उनके ससुर श्यामलाल कौशल (50) की मौत पंडाल में लगे धातु के फ्रेम के सिर पर लगने से हुई। अधिकारी ने बताया कि उनके परिवार के छह सदस्य बुधवार रात कार से बागेश्वर धाम पहुंचे। वे बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन (शुक्रवार) से पहले उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे थे।