
भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और टाटा ग्रुप ने अपने डायरेक्ट-टू-होम (DTH) बिजनेस के मर्जर के लिए बातचीत खत्म कर दी है। एक बीएसई फाइलिंग में एयरटेल ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि दोनों पक्ष संतोषजनक समाधान नहीं निकाल पाए। इस साल 26 फरवरी को भारती एयरटेल ने कहा था कि वह घाटे में चल रहे अपने डायरेक्ट-टू-होम (DTH) बिजनेस के विलय के लिए टाटा ग्रुप के साथ बातचीत कर रही है।
एयरटेल केबल और सैटेलाइट टेलीविजन सर्विसेज प्रदान करने वाली भारती टेलीमीडिया का टाटा प्ले के साथ विलय करने के लिए चर्चा कर रही थी। उस वक्त इस बारे में ज्यादा जानकारी शेयर नहीं की गई थी। अगर यह मर्जर पूरा हो जाता, तो यह 2016 में डिश टीवी-वीडियोकॉन d2h मर्जर के बाद DTH सेक्टर में दूसरा विलय होता।
अगर यह मर्जर होता तो एयरटेल को टाटा प्ले के कनेक्शंस के जरिए करीब 2 करोड़ घरों का एक्सेस मिल जाता। मर्जर से एक ही सब्सक्रिप्शन में ब्रॉडबैंड, टेलीकॉम और डीटीएच प्लान की सुविधा रहती।
टाटा ग्रुप ने 2004 में शुरू की थी DTH सर्विस
टाटा ग्रुप की DTH सेक्टर टाटा स्काई के नाम से साल 2004 में शुरू हुई थी। इसे टाटा संस और रूपर्ट मर्डोक के 21st Century Fox के बीच जॉइंट वेंचर के तौर पर शुरू किया गया था। मार्च 2019 में टाटा स्काई में वॉल्ट डिज्नी कंपनी ने 21st Century Fox की हिस्सेदारी खरीद ली। साल 2022 में टाटा स्काई का नाम बदलकर Tata Play हो गया।