
Commodity Market: अमेरिका ने वियतनाम के साथ डील साइन कर ली है। अब वियतनाम अमेरिका को 20% के टैरिफ पर चीजें एक्सपोर्ट किया करेगा, लेकिन भारत पर अब तक 26% का टैरिफ लगा हुआ है। हालांकि 9 जुलाई की तारीख करीब है लेकिन कॉटन और टैक्सटाइल इंडस्ट्री वियतनाम के साथ हुई इस डील से थोड़ी परेशान है।
क्या और कैसे हैं हालात इस पर बात करते हुए BSL के MD निवेदन चूड़ीवाल ( Nivedan Churiwal) ने कहा कि अमेरिका और वियतनाम के साथ डील हुई है। पिछले 3-4 महीनों में परिस्थितियां रोज बदल रही है, हर दिन कुछ नई खबरें आती दिखी है। ऐसे में 9 जुलाई तक फाइनल क्या परिस्थिति होगी इसको लेकर अभी कुछ कहना सही नहीं है। भारत का फाइनल टैरिफ ही तय करेगा कि हम वियतनाम के ऊपर है या नीचे। अभी जो स्थिति बनी हुई है वह फाइनल स्थिति बिलकुल नहीं है। बाजार की नजर 9 जुलाई पर लगी हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि हम उम्मीद कर रहे है कि टैरिफ डील को लेकर भारत एक स्वीट स्पॉट में रहना चाहिए क्योंकि भारत का सबसे बड़ा कॉम्पटिशन चीन के साथ है, और हमें उम्मीद है कि हम चाइना के साथ एक एडवांटेजेस पोजिशन में रहेंगे।
हालांकि वियतनाम डील को देखकर यह लग रहा है कि चाइना के टैरिफ भारत के टैरिफ से 5-6 फीसदी नीचे रहें। उन्होंने आगे कहा कि वियतनाम गार्मेंट में भारत से आगे है। जिसके चलते गारमेंट एक्सपोर्ट पर टैरिफ का असर पड़े। लेकिन वहीं अगर हम यान, फैब्रिक और कॉटन की बात करें तो इनपर शायद टैरिफ का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। कुल मिलाकर इसपर सटीक टिप्पणी 9 जुलाई के बाद करना ही सही रहें।
भारत-अमेरिका ट्रेड डील
वियतनाम के साथ डील का ऐलान किया। US को एक्सपोर्ट 20% पर टैरिफ लगेगा। वियतनाम में US के सामान पर ‘0’टैरिफ लगा । ट्रांसशिप सामानों पर भी 40% टैरिफ लगेगा। पहले ट्रंप ने 46% का रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था। पिछले साल वियतनाम से $137 बिलियन का इंपोर्ट हुआ।