
Delhi-Meerut RRTS: अब दिल्ली से मेरठ के बीच सफर करना मेट्रो जितना आसान और तेज हो जाएगा। एनसीआर ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) जल्द ही सराय काले खां से मेरठ तक की 82 किलोमीटर लंबी रैपिड रेल सेवा शुरू करने वाला है। रविवार को दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक 82 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर रैपिड रेल का ट्रायल रन पूरा हो गया है। ट्रायल के समय में दिल्ली से मेरठ की ये दूरी एक घंटे से भी कम समय में तय हुई। अभी 55 किलोमीटर ट्रैक पर रैपिड रेल चल रही है।
जल्द शुरु होगा कॉरिडोर
इस पूरे कॉरिडोर पर काम लगभग पूरा हो चुका है और उम्मीद है कि ट्रेनें जून के आखिर या जुलाई की शुरुआत से दौड़ने लगेंगी। फिलहाल, इस रैपिड रेल कॉरिडोर पर न्यू अशोक नगर (दिल्ली) से लेकर मेरठ साउथ तक 11 स्टेशनों पर ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जो लगभग 55 किलोमीटर का हिस्सा है। वहीं यह परीक्षण भारत की पहली “नमो भारत” रैपिड रेल सेवा के लिए एक बड़ा ऑपरेशनल मील का पत्थर माना जा रहा है, जो दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ को तेज और आरामजनक सफर को जोड़ता है।
82 किलोमीटर के पूरे रूट हुआ ट्रायल
एनसीआरटीसी ने बताया कि परीक्षण के दौरान नमो भारत ट्रेनें पूरे 82 किलोमीटर के रूट पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से बिना किसी रुकावट के दौड़ीं। आधिकारिक बयान में कहा गया, “ट्रेनों ने सराय काले खां से लेकर मोदीपुरम तक के हर स्टेशन पर तय समय पर रुकते हुए एक घंटे से भी कम समय में सफर पूरा किया।” इस ट्रायल में एक खास बात यह रही कि ट्रेन संचालन के लिए दुनिया का पहला LTE नेटवर्क पर आधारित उन्नत ETCS लेवल-3 हाइब्रिड सिग्नलिंग सिस्टम इस्तेमाल किया गया। यह तकनीक हर स्टेशन पर लगे प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (PSD) के साथ पूरी तरह सामंजस्य में काम कर रही थी।
कॉरिडोर का आखिरी फेज में चल रहा काम
एनसीआरटीसी ने कहा है कि दिल्ली में सराय काले खां से न्यू अशोक नगर (4.5 किमी) और मेरठ में मेरठ साउथ से मोदीपुरम (करीब 23 किमी) तक के बचे हुए हिस्सों पर ट्रायल और अंतिम काम तेजी से किए जा रहे हैं। यह पूरे रैपिड रेल कॉरिडोर के शुरू होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। मेरठ शहर के भीतर लोगों की यात्रा को आसान बनाने के लिए मेरठ मेट्रो का ट्रायल भी मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो के बीच किया जा रहा है। एनसीआरटीसी के मुताबिक, यह देश में पहली बार है जब स्थानीय मेट्रो सेवाएं उसी ट्रैक और सिस्टम पर चलेंगी, जिस पर नमो भारत ट्रेनें चल रही हैं।
2019 में रखी गई थी नींव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2019 में इस रैपिड रेल प्रोजेक्ट की नींव रखी थी और अब इसे पूरी तरह शुरू होने में करीब छह साल लग गए हैं। इस प्रोजेक्ट की रफ्तार खासतौर पर अक्टूबर 2023 से देखने को मिली, जब साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर का पहला हिस्सा शुरू हुआ। इसके बाद मार्च 2024 में दुहाई से मोदीनगर उत्तर तक 17 किलोमीटर का और फिर मोदीनगर उत्तर से मेरठ साउथ तक 8 किलोमीटर का सेक्शन भी आम लोगों के लिए खोल दिया गया। अब यह पूरा कॉरिडोर शुरू होने की तैयारी में है।