
HDB Financial Services IPO: नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के पब्लिक इश्यू का आज 26 जून को दूसरा दिन रहा। यह अब तक 1.23 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 0.93 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 2.43 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 0.69 गुना भरा है। कंपनी के एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व हिस्से को 3.14 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है।
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज, HDFC Bank की सब्सिडियरी है। IPO आने से पहले कंपनी में HDFC Bank के पास 94.3% हिस्सेदारी थी। 12500 करोड़ रुपये का यह पब्लिक इश्यू 25 जून को खुला था और 27 जून को बंद होगा। इसमें 2,500 करोड़ रुपये के 3.38 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी हो रहे हैं। साथ ही प्रमोटर HDFC Bank की ओर से 10,000 करोड़ रुपये के 13.51 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल होगा। IPO में बोली लगाने के लिए प्राइस बैंड 700-740 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 20 शेयर है।
कब होगी लिस्टिंग और ग्रे मार्केट से क्या संकेत
इश्यू क्लोज होने के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 30 जून को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग BSE, NSE पर 2 जुलाई को होगी। investorgain.com के मुताबिक, ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर IPO के अपर प्राइस बैंड 740 रुपये से 60 रुपये या 8.11 प्रतिशत के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO में 2500 करोड़ रुपये के नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाली इनकम का इस्तेमाल कंपनी के टियर-1 कैपिटल बेस को मजबूत करने के लिए किया जाएगा, ताकि भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा किया जा सके। प्रपोज्ड IPO के बावजूद HDB फाइनेंशियल सर्विसेज, HDFC Bank की सहायक कंपनी बनी रहेगी। कंपनी 1,680 शाखाओं के माध्यम से काम करती है। इसके सबसे बड़े लोन सेगमेंट्स में व्हीकल फाइनेंस और प्रॉपर्टी के एवज में लोन शामिल हैं।
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