
गुजरात की कंपनी राजपूताना स्टेनलेस ने एक बार फिर अपने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर जमा किए हैं। लेकिन इस बार कंपनी के इश्यू का साइज, पहले से कम है। राजपूताना स्टेनलेस कई प्रकार के लंबे और फ्लैट स्टेनलेस स्टील प्रोडक्ट बनाते में माहिर है। इन प्रोडक्ट्स में बिलेट्स, रोल्ड ब्लैक बार्स, फोर्जिंग इनगट्स, और अन्य सहायक उत्पाद शामिल हैं। कंपनी इन्हें ‘RSL’ ब्रांड के तहत बेचती है।
गुरुवार को जमा किए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, इस बार IPO में 1.46 करोड़ नए इक्विटी शेयर और कंपनी के प्रमोटर शंकरलाल दीपचंद मेहता की ओर से 62.5 लाख शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहने की बात कही गई है। कंपनी के शेयरों को BSE और NSE पर लिस्ट करने का प्रस्ताव है।
पहले ड्राफ्ट में IPO की क्या थीं डिटेल
इससे पहले राजपूताना स्टेनलेस ने दिसंबर 2024 में IPO के ड्राफ्ट पेपर जमा किए थे। उस वक्त इश्यू में 1.9 करोड़ नए शेयर जारी करने की योजना बनाई गई थी। साथ ही 35 लाख शेयरों का OFS था। इस साइज के साथ कंपनी का IPO प्लान परवान नहीं चढ़ सका क्योंकि SEBI ने अप्रैल 2025 में राजपूताना स्टेनलेस का ड्राफ्ट वापस कर दिया था। राजपूताना स्टेनलेस में शंकरलाल दीपचंद मेहता सहित प्रमोटर्स की 78.21 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी 21.79 प्रतिशत शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
नए जमा किए गए DRHP के अनुसार, कंपनी अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाली इनकम में से लगभग 18.31 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पूंजीगत खर्च के लिए करेगी। इसके अलावा 98 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने में खर्च किए जाएंगे, बाकी पैसे सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों के लिए इस्तेमाल होंगे।
कैसी है राजपूताना स्टेनलेस की वित्तीय सेहत
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 के दौरान राजपूताना स्टेनलेस का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 684.13 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। शुद्ध मुनाफा 31.58 करोड़ रुपये रहा। IPO के लिए निर्भय कैपिटल सर्विसेज, बुक-रनिंग लीड मैनेजर है। वहीं केफिन टेक्नोलोजिज, रजिस्ट्रार है।