
Reliance Industries Market Cap: 26 जून को मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का मार्केट कैप एक बार फिर 20 लाख करोड़ रुपये के मार्क को पार कर गया। गुरुवार को बीएसई पर शेयर लगभग 2 प्रतिशत चढ़कर 1495.20 रुपये पर बंद हुआ। दिन में कीमत 1498.70 रुपये के हाई तक गई। RIL 20 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप पर पहुंचने वाली भारत की पहली कंपनी है। मार्केट कैप का सटीक आंकड़ा बीएसई के मुताबिक वर्तमान में 20,23,375.31 करोड़ रुपये है।
इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 13 फरवरी 2024 को मार्केट कैप में इस आंकड़े को छुआ था। 13 फरवरी 2024 को शेयर ने बीएसई पर पिछले बंद भाव से करीब 2 प्रतिशत तक उछलकर 52 सप्ताह के नए उच्च स्तर 2957.80 रुपये को छुआ था। इसके साथ ही RIL का मार्केट कैप 20 लाख करोड़ रुपये के मार्क पर पहुंच गया था।
सितंबर 2021 में पहुंची थी ₹15 लाख करोड़ के m-cap पर
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप अगस्त 2005 में 1 लाख करोड़ रुपये, अप्रैल 2007 में 2 लाख करोड़ रुपये, सितंबर 2007 में 3 लाख करोड़ रुपये और अक्टूबर 2007 में 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा था। इसके बाद मार्केट कैप को 5 लाख करोड़ रुपये के मार्क तक पहुंचने में 12 साल लग गए। यह आंकड़ा जुलाई 2017 में हिट हुआ। RIL का मार्केट कैप नवंबर 2019 में 10 लाख करोड़ रुपये और सितंबर 2021 में 15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।
RIL का शेयर 3 महीनों में 20 प्रतिशत मजबूत
BSE के डेटा के मुताबिक, RIL के शेयर में साल 2025 में अब तक 15 प्रतिशत की तेजी देखी गई है। वहीं 3 महीनों यह 20 प्रतिशत मजबूत हुआ है। कंपनी में मार्च 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 50.11 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है। RIL के शेयर पर ब्रोकरेज फर्म CLSA बुलिश है। ब्रोकरेज का मानना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रोथ के एक नए चरण के शिखर पर हो सकती है। सीएलएसए ने शेयर के लिए ₹1,650 प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया है। ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग को दोहराया है। ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी का अप्रैल-जून तिमाही में प्रदर्शन उम्दा रह सकता है और यह इसके रिटेल और टेलिकॉम बिजनेस में मजबूती से प्रेरित होगा।
मार्च तिमाही में कितना रहा मुनाफा
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा (मालिकों के लिए) सालाना आधार पर 2.4 प्रतिशत बढ़कर 19407 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 18951 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 264573 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 240715 करोड़ रुपये था।
EBITDA सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत बढ़कर 48,737 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 47,050 करोड़ रुपये था। EBITDA मार्जिन 90 बेसिस पॉइंट्स गिरकर 16.9% पर आ गया, जो मार्च 2025 तिमाही में 17.8% था। खर्च बढ़कर 240375 करोड़ रुपये के रहे, जो मार्च 2024 तिमाही में 217529 करोड़ रुपये के थे।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू बढ़कर 980136 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले यह 914472 करोड़ रुपये था। शुद्ध मुनाफा 69648 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 69621 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का EBITDA 183,422 करोड़ रुपये और मार्जिन 17.1 प्रतिशत रहा। कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 5.50 रुपये प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड की सिफारिश की।
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