
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट यानि QIP की मदद से 25000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। यह इस साल अगस्त या सितंबर में आ सकता है। खबर है कि इसके लिए बैंक ने 5 इनवेस्टमेंट बैंकों को लीड मैनेजर के तौर पर शॉर्टलिस्ट किया है। इंटरेनशनल इनवेस्टमेंट बैंकर्स में सिटीग्रुप, HSBC और मॉर्गन स्टेनली को SBI QIP को संचालित करने के लिए पहली पसंद माना जा रहा है। वहीं घरेलू बैंकर्स में कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और ICICI सिक्योरिटीज ने भी फाइनल लिस्ट में जगह बनाई है।
इसके अलावा SBI की इन-हाउस इनवेस्टमेंट बैंकिंग यूनिट SBI कैपिटल मार्केट्स भी प्रमुख इनवेस्टमेंट बैंकर के तौर SBI QIP के साथ जुड़ सकती है। मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि SBI के QIP के लिए इनवेस्टमेंट बैंकर्स की शॉर्टलिस्टिंग को लेकर बिडिंग प्रोसेस में जबरदस्त भागीदारी देखने को मिली। बोली लगाने वाले इंटरेनशनल इनवेस्टमेंट बैंकर्स की संख्या डोमेस्टिक इनवेस्टमेंट बैंकर्स से कहीं ज्यादा थी।
1 रुपये की फीस पर लगी बोली
दिलचस्प बात यह है कि SBI QIP के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए इनवेस्टमेंट बैंकर्स ने इस प्रोजेक्ट के लिए 1 रुपये की फीस पर बोली लगाई। एक बैंकर के मुताबिक, ट्रांजेक्शन फीस पूरी तरह से इस इश्यू की सफलता और इस इश्यू के माध्यम से जुड़े निवेशकों की संख्या पर बेस्ड होगी। हालांकि प्रति निवेशक ट्रांजेक्शन फीस का प्रतिशत क्या होगा, इस बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है।
एक बैंकर ने कहा, “इनवेस्टमेंट बैंकर्स को यह निर्देश दिया गया है कि वे अधिक से अधिक विदेशी निवेशकों को आकर्षक वैल्यूएशन पर अट्रैक्ट करें।” SBI का शेयर 12 महीने की पिछली अवधि की प्राइस-टू-बुक वैल्यू के बेसिस पर 1.7 गुना पर ट्रेड कर रहा है। अन्य सरकारी बैंकों की तुलना में यह प्रीमियम वैल्यूएशन पर है।
इससे पहले 2017 में QIP से जुटाए थे 15000 करोड़
करीब 25,000 करोड़ रुपये का यह QIP, फंड जुटाने के लिए SBI का अब तक का सबसे बड़ा प्लान माना जा रहा है। इससे पहले जून 2017 में SBI ने QIP के जरिए 15,000 करोड़ रुपये की टियर-1 इक्विटी कैपिटल जुटाई थी।