
आपने 2013 में आई ‘Olympus Has Fallen’ फिल्म का वो सीन देखा होगा, जब राष्ट्रपति को वॉर जोन से एयरलिफ्ट किया जाता है और एक हाई-टेक मिलिट्री प्लेन में ले जाया जाता है। उस प्लेन में फुल कम्युनिकेशन डेस्क, लाइव फीड्स, सैटेलाइट सिस्टम.. सब कुछ होता होता। 2016 में बने अमेरिकी TV शो ‘Designated Survivor’ में भी कुछ ऐसा ही दिखाय गया है। जब पूरा अमेरिका का प्रशासन एक अटैक में खत्म हो जाता है, और एक छोटा सा ऑफिसर राष्ट्रपति बनता है। इस शो के कई एपिसोड्स में राष्ट्रपति को हाई-टेक एयरबोर्न कमांड सेंटर में दिखाया गया है। ऐसी और भी कई फिल्म और सीरीज हैं, जिनमें आप एक एडवांस हाईटेक विमान को देखेंगे, जब किसी खतरे की स्थिति में राष्ट्रपति और उनसे जुड़े सभी बड़े अधिकारियों उसमें ले जाया जाता है। उस वक्त सारे ऑपरेशन और कमांड उसी विमान से बैठ कर चलाए जाते हैं।
ये तो थी रील लाइफ, अब बात करते हैं रियल लाइफ की, तो अमेरिका के पास सच में ऐसे विमान हैं और उनमें से एक ने मंगलवार रात आसमान में उड़ान भरी, जो अब पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है। इस विमान का नाम है- E-4B Nightwatch, जिसे दुनिया “Doomsday Plane” के नाम से जानती है।
फ्लाइट ट्रैकिंग साइट FlightRadar के मुताबिक, यह खतरनाक मिशन प्लेन शाम 6 बजे से पहले लुइसियाना के बार्क्सडेल एयर फोर्स बेस से रवाना हुआ और हवा में चार घंटे से ज्यादा समय तक रहने के बाद रात 10 बजे के बाद मैरीलैंड के ज्वाइंट बेस एंड्रयूज पर उतरा।
यह घटना ऐसे समय पर हुई जब ट्रंप प्रशासन ईरान के अंडरग्राउंड न्यूक्लियर अड्डों पर हमला करने की योजना पर गंभीरता से विचार कर रहा है। ईरान और इजरायल के बीच छिड़े युद्ध के बीच यह एक बेहद खौफनाक और संवेदनशील घटनाक्रम है।
इस प्लेन का उड़ना क्यों डराता है?
E-4B कोई आम एयरक्राफ्ट नहीं है। यह बोइंग 747-800 का मिलिट्री वर्जन है, जिसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि अगर जमीन पर परमाणु तबाही मच जाए, तब भी अमेरिका की लीडरशिप आसमान से सुरक्षित रूप से देश चला सके। इसे “Flying Pentagon” भी कहा जाता है।
इस प्लेन में राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री और टॉप मिलिट्री लीडर्स सुरक्षित रह सकते हैं। इसमें 112 लोगों के बैठने की क्षमता है, तीन डेक हैं, जिनमें ब्रीफिंग रूम, कमांड सेंटर, कॉन्फ्रेंस रूम और रेस्ट एरिया शामिल हैं। ये एक हफ़्ते तक बिना जमीन पर उतरे उड़ सकता है, उसे हवा में ही फ्यूल दिया जा सकता है। और हां, अगर जरूरत पड़ी — तो यह प्लेन दुश्मनों पर मिसाइल भी दाग सकता है।
E-4B नाइटवॉच, एक सुरक्षित मोबाइल कमांड सेंटर के रूप में काम करता है, जिसे परमाणु हमलों और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है
67 सैटेलाइट डिश और एंटेना से लैस इस विमान से बैठे-बैठे राष्ट्रपति, रक्षा सचिव और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी दुनिया में कहीं बिना किसा रुकावट के कम्युनिकेशन कर सकत हैं।
ORDER01 कॉलसाइन और अफरा-तफरी
फ्लाइट डेटा के अनुसार, इस बार प्लेन ने अपना सामान्य कॉलसाइन ORDER6 की जगह ORDER01 इस्तेमाल किया, जिससे सोशल मीडिया और जियोपॉलिटिकल हलकों में सनसनी फैल गई। क्या कुछ बड़ा होने वाला है?
अमेरिका के पास चार E-4B विमानों का बेड़ा है, जो किसी भी खतरनाक स्थिति में रिस्पान्स करने लिए हमेशा तैयार रहते हैं और स्टैंडबाय पर रहने के लिए नियमित उड़ानें भरते हैं। हालांकि, इस वक्त इस विमान का उड़ने सभी की नींद उड़ाने जैसा है।
ईरान-इजरायल के संघर्ष के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान और इस विमान की उड़ान दोनों ही टेंशन बढ़ाने वाला है। क्योंकि ट्रंप G7 समिट बीच में छोड़कर, कनाडा से आ गए और बोले कि ‘कुछ बड़ा होने वाला है।’ इसके बाद उन्होंने इजरायल के मिलिट्री एक्शन का सपोर्ट करने और ईरान से ‘बिना शर्त सरेंडर’ करने को कहा।
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने ट्रंप के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह देश किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा – न तो युद्ध में और न ही किसी थोपे गए शांति प्रस्ताव के तहत।”
आखिरी बार कब उड़ा था ये विमान
ऐतिहासिक रूप से, E-4B नाइटवॉच कई बड़े संकटों के दौरान एक्टिव रहा है। राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने 9/11 के दौरान इसी तरह के विमान का इस्तेमाल किया था, और 1995 में तूफान ओपल के दौरान FEMA (फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी) की टीम को इसी विमान से ले जाया गया था। कहा जाता है- आसमान में Doomsday Plane का दिखना, अमेरिका के लिए किसी बड़े संकट का संकेत है।